ज्यादातर लोग एक वक्त पर कई काम करते हैं। इससे जिंदगी की गति तेज़ लगती है, लेकिन दिमाग इन चीज़ों को जल्दी प्रोसेस नहीं कर पाता है। कुछ लोग ऐसे हैं जो काम को निजी जीवन से अलग नहीं कर पाते हैं। इससे दिमाग हमेशा काम में ही उलझा रहता है। इसका एक ही हल है।
बिज़ी वर्क लाइफ के प्रेशर और डिमांड को मैनेज करने से सकारात्मक नतीजे मिलेंगे। ऐसा करना आसान नहीं है, लेकिन इन टिप्स को फॉलो करने से फायदा होगा…
1. खेल खेलने से फायदा
हफ्ते में कम से कम 5 दिन कोई स्पोर्ट खेलिए या 30 मिनट एक्सरसाइज़ करिए। क्योंकि एक्सरसाइज़ से बेहतर कोई तरीका नहीं है स्ट्रैस कम करने के लिए। इसके अलावा अच्छा खाइए, ईर्ष्या की भावना न आने दीजिए।
2. रुटीन बनाना जरूरी
सुबह उठते ही स्मार्टफोन उठाकर ईमेल चैक करने की जरूरत नहीं है। घर और काम को अलग करने के लिए एक रुटीन बनाएं। घर पर हैं तो ऐसे काम करिए जो इंटरेस्ट के हैं। जैसे अखबार पढ़ना, गार्डनिंग करना या कोई स्पोर्ट खेलना आदि। ऑफिस में भी पूरा दिन ईमेल चैक करने की जरूरत नहीं है। एक वक्त निर्धारित करिए जब आप ईमेल्स चैक करेंगे।
3. दोस्त बनाएं
ऑफिस में कुछ दोस्त हैं तो अच्छा है। उनके साथ गॉसिप सेशन बनाएं। ऐसा काम के दौरान न करें, काम पूरा होने के बाद करें। सेशन में अपनी समस्याओं की चर्चा करिए। इसी तरह से ऑफिस के लोगों के साथ बाहर जाने से भी तनाव कम होगा।
4. मजबूत वर्किंग रिलेशन
बॉस के साथ अच्छा वर्किंग रिलेशन जरूरी है। कई बार बॉस के साथ कम्युनिकेशन गैप होने के कारण तनाव बढ़ने लगता है। कई बॉस अच्छे होते हैं, लेकिन एक बुरे बॉस के साथ काम करना गलत साबित होगा। जबकि अच्छे बॉस के साथ कोई बोरिंग जॉब भी इंटरेस्टिंग लगेगी।
5. इंस्पिरेशनल कोट से मदद
वर्क स्ट्रैस को कम करने के लिए कंप्यूटर स्क्रीन पर या सामने कहीं भी कोई इंटरेस्टिंग-इंस्पिरेशनल कोट लगाएं, जिसे पढ़कर अच्छा महसूस हो और ताकत भी मिले।
SOURCE – BHASKER