20 साल की वेदांगी कुलकर्णी साइकिल से दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे तेज एशियाई बन गई हैं. आज ‘मन की बात’ के 51वें और साल के आखिरी एपीसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके बारे में जिक्र करते हुए बधाई दी. आइए जानते हैं कौन है ये लड़की.

वेंदागी पूणे की रहने वाली हैं. उन्होंने 159 दिनों में 29,000 किलोमीटर साइकिल चलाकर इतिहास रचा है.

इस दौरान उन्होंने 14 देशों की यात्रा की. वह हर दिन 300 किमी साइकिल चलाती थीं.

सबसे पहले आपको बता दें, इस मुकाम को हासिल करने के लिए उन्होंने इसकी शुरुआत साल 2018 के जुलाई महीने में की थी. जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से शुरुआत की.

“नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया” ने कहा हमारे लिए ये गर्व की बात है कि वेंदागी अपने मेहनत के दम पर सबसे तेज एशियाई महिला बनीं. उन्होंने कहा उनके इस मुकाम के लिए जल्द ही खेल मंत्रालय से संपर्क करेंगे ताकि उन्हें सम्मानित किया जा सके.

बता दें, अपना सफर शुरू होने से पहले वेदांगी ने न्यूज वेबसाइट “इंडियन एक्सप्रैस” को इंटरव्यू दिया. जहा उन्होंने बताया कि क्यों उनके मन में अकेले दुनिया को घूमने का ख्याल आया.

वेंदागी ने बताया कि मेरा सोलो ट्रिप करने का मकसद दुनिया को अकेले देखना और लोगों से कम्यूनिकेट करना था.

उन्होंने बताया साल 2016 में मनाली-द्रास रूट पर सोलो ट्रिप की थी. जिसके बाद इस ट्रिप ने मुझे साइकिल पर लंबे रूट पर जाने के लिए प्रेरित किया.

वेंदागी ने Bournemouth University में सोलो साइकिलिंग की शुरुआत की. जहां बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. यहां वह स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में पढ़ाई कर रही है. साइकिलिंग की प्रैक्टिस उन्होंने एक-दो साल पहले ही यहां शुरू कर दी थी.

 वेंदागी ने इंटरव्यू में बताया एक एक्सीडेंट के बाद वह लंदन की सड़कों पर अकेले सोती थी.

बता दें, 14 देशों की यात्रा के दौरान उन्होंने शून्य से 20 डिग्री कम से 37 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेलना पड़ा था. इस दौरान वह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा, आइसलैंड, पुर्तगाल, स्पेन फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड और रूस से होकर गुजरी.

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