विधि अपने डार्क सर्कल्स से परेशान हो चुकी थीं. रोज़ रात में कम से कम छह घंटे तो सोती ही थीं. पर डार्क सर्कल्स जाने का नाम ही नहीं ले रहे थे. और विधि अकेली नहीं हैं. हममें से कई लोग इस चीज़ से परेशान हैं. रात में पूरी नींद लेते हैं फिर भी आंखों के नीचे झाइयां पड़ जाती हैं. वो इसलिए क्योंकि नींद की कामी डार्क सर्कल्स की एकलौती वजह नहीं है. इन फैक्ट, नींद की कमी की वजह से आंखें सूज जाती है. सिर्फ़ डार्क सर्कल्स नहीं पड़ते.
इस बारे में हमने बात की डॉक्टर अप्रितम गोयल से. वो क्यूटिस स्किन स्टूडियो मुंबई में स्किन की डॉक्टर हैं. उन्होंने हमें बताया कि आंखों के नीचे लगातार पड़ती झाइयों के पीछे बड़ी वजहें क्या हैं. और नींद की कमी उनमें से एक नहीं है.
अपने जींस को दोष दीजिए
इसके लिए आप अपने मम्मी-पापा को ब्लेम कर सकती हैं. क्योंकि एक वजह तो आपके जींस हैं. नहीं वो पहनने वाली नहीं. वो जो आपको विरासत में अपने माता-पिता से मिलते हैं वो जींस यानी Genes.
डॉक्टर गोयल कहती हैं:
“आपके जींस डार्क सर्किल की एक बड़ी वजह हैं. पर परेशान मत होइए. आप इसका इलाज कर सकती हैं. आप अपनी स्किन का कैसे ख़्याल रखती हैं, ये इसपर भी निर्भर करता है. वक़्त के साथ ये ठीक हो सकते हैं या और बिगड़ सकते हैं. पर अगर मामला जेनेटिक है तो उनको होने से नहीं रोक सकतीं. यानी अगर आपके माता-पिता को सीवियर डार्क सर्कल्स रहे हैं, तो आपके भी होने की संभावना है.”
आपकी डाइट गड़बड़ है
डार्क सर्कल्स की दूसरी वजह बुरी डाइट है. हो सकता है आप वज़न घटाने के लिए दिन में कम से कम खाती हों. पर इस चक्कर में आपको सही डाइट और पोषण नहीं मिल रहा. इसका आपके शरीर पर बुरा असर होता है. आयरन, विटामिन के, विटामिन ई, और जिंक की कमी की वजह से आपके आंखों के नीचे झाइयां पड़ जाती है. आयरन में ऑक्सीजन होता है. शरीर में उसकी कमी की वजह से आंखों के नीचे डार्कनेस आ जाती है. साथ ही विटामिन के में एंटीकौयगुलांट होते हैं. यानी वो पॉवर जो आपके शरीर में खून के थक्के बनने से रोकता है. अगर आपका खून हेल्दी होगा तो आपकी आंखों के नीचे झाइयां भी नहीं पड़ेंगी.
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आपके वेट लॉस प्लॉन की गलती है
हम अक्सर वेट लूज़ करने के चक्कर में ये भूल जाते हैं कि हम अपने शरीर के साथ क्या खिलवाड़ कर रहे हैं.
डॉक्टर गोयल बताती हैं:
“आंखों के नीचे बहुत ही कम मात्रा में फैट होता है. ये एक तरीके का बफर होता है आपकी स्किन और नसों के बीच में. जब आप एकदम से बहुत ज़्यादा वेट लूज़ करते हैं तो फैट का ये पैड भी गायब हो जाता है. अगर ये बीच में नहीं रहता तो खाल लगातार नसों से रगड़ती रहती हैं. इस वजह से आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स हो जाते हैं.”
क्या आप अपनी स्किन का ख़याल रखती हैं
आप अपनी स्किन के साथ क्रूर तो नहीं है? हो सकता हो आपको पता भी न हो. फ़र्ज़ कीजिए आप अपनी झाइयों को कवर करने के लिए आंखों ने नीचे मेकअप लगाती हैं. सोने से पहले आपको मेकअप उतारना है. इसलिए आप जल्दी में एक टिशु पेपर लेती हैं और रगड़कर साफ़ कर देती हैं.
फ़र्क नहीं पड़ता आप क्या इस्तेमाल करती हैं. पर अगर आप बहुत प्रेशर लगाकर अपनी स्किन को रगड़ेंगी तो ये आपकी स्किन के लिए काफ़ी बुरा है.
डॉक्टर गोयल कहती हैं:
“आंखों ने नीचे ऑइल ग्लैंड्स नहीं होते. यानी ऑइल निकलने वाले पोर्स नहीं होते. ये स्किन बहुत ही ज़्यादा पतली और सेंसिटिव होती है. अगर आप बहुत सख्त हाथों से इसको रगड़ती हैं तो आपकी नसों को नुकसान पहुंचता है. इस कारण से आंखों के नीचे कालापन आ जाता है.”
अपनी आंखों पर ज़ोर मत दीजिए
आपको कोई आइडिया भी है कि आप अपनी आंखों पर कितना जोर डालती हैं? डॉक्टर गोयल कहती हैं:
“अगर आपको देखने में दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर के पास जाइए. आप जितना इसे टालिएगा उतना आपकी आंखों पर जोर पड़ेगा. धूप में भी जब आप बाहर निकलेंगी तो आपकी आंखें चौंधिया जाएंगी. इसकी वजह से आपकी आंखों की मांसपेशियों पर बहुत जोर पड़ता है. इसलिए बाहर निकलते समय चश्मे का इस्तेमाल करिए.”
Source – Odd Nari
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