आपको ये जानकर हैरानी होगी कि टीम इंडिया के कप्तान जब भी किसी देश की क्रिकेट टीम के साथ खेलते हैं, उससे महज सात मिनट पहले वो उस देश के कैप्टन से बाउंड्री के किनारे जाकर जरूर मिलते हैं. इसके पीछे एक बड़ी वजह छुपी हुई है.
ये कोई कोरी वजह या कोई टोटका नहीं है, बल्कि क्रिकेट का ये एक ऐसा प्रोटोकॉल है जिसका पालन हर टीम के कैप्टन को करना होता है. ये एक प्रोटोकॉल होता है उस लिस्ट के आदान-प्रदान का जिसमें ये लिखा होता है कि टीम में चुने गए 11 खिलाड़ी कौन-कौन हैं- बल्लेबाजी क्रम क्या है. इसे फॉलो करने के भी कई नियम होते हैं.
इसके लिए सबसे पहले टीम मैनेजर को एक नॉमिनेशन फॉर्म भरना होता है, जैसे कि यहां एक फॉर्म दिया गया है जिसे हेड कोच रवि शास्त्री ने भरा है. इस फॉर्म में खिलाड़ी की शर्ट नंबर, नाम और बैटिंग ऑर्डर देना होता है. इसके साथ ही कैप्टन और विकेट कीपर के नाम के सामने उसकी जानकारी देनी होती है.
टीम के मैनेजर की ये जिम्मेदारी होती है कि वो ये सुनिश्चित करें कि उस फॉर्म में भरी गई जानकारी पूरी तरह सही हैं. आईसीसी के नियमों के तहत ये जानकारियां टीम के कप्तानों को खेल शुरू होने के सात मिनट पहले देनी होती हैं. कहा जाता है कि कई बार लास्ट मोमेंट में ही बैटिंग ऑर्डर तय हो पाता है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नियमों के मुताबिक इस टीम नॉमिनेशन फॉर्म की चार कॉपी कैप्टन के पास होती हैं, इसे लेकर वो बाउंड्री के किनारे जाता है जहां दोनों कैप्टन आपस में एक्सचेंज करते हैं. ये प्रक्रिया टॉस से ठीक सात मिनट पहले होती है.
ये एक तरह का एमपीए यानी मेंबर्स पार्टिसिपेटिंग एग्रीमेंट होता है जिसमें यह पूरी तरह निश्चित होता है कि कितने प्लेयर्स आज के खेल में शामिल हैं. इस एग्रीमेंट को कोई भी टीम तोड़ नहीं सकती. ये एग्रीमेंट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमों से बंधा होता है.
पिछले मैच में रवि शास्त्री की ओर से जो बैटिंग ऑर्डर दिया गया उसमें टीम इंडिया के खिलाड़ियों की जर्सी का नंबर भी दिया गया है. इन नंबरों से आप अपने खिलाड़ी को आसानी से पहचान भी सकते हैं.
इनका है ये है जर्सी नंबर-
इसके मुताबिक टीम के कैप्टन विराट कोहली का जर्सी नंबर 18 है, वहीं रोहित शर्मा का 45 नंबर है. इसके अलावा ऋषभ पंत का जर्सी नंबर 17 है. 81 नंबर केदार जाधव और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नंबर 7 है.
Source – Aaj Tak