आप जब अपने बच्चे के लिए दूध की बोतल ख़रीदने जाती हैं तो किन बातों का ध्यान रखती हैं? बोतल अच्छी कंपनी की हो. सेफ़ हो. आपके बच्चे की सेहत को नुकसान न पहुंचाए. पर इन सब बातों का क्या फ़ायदा अगर आपको ये पता चले कि बोतलों में ज़हर है.

दरअसल इन बोतलों को बनाने में बिसफ़ेनॉल नाम के एक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता था. पर 2015 में ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स ने इस पर बैन लगा दिया था. पर पिछले दिनों देश के सात राज्यों में एक सर्वे हुआ. यहां बिकने वाली दूध की बोतलों को लैब में टेस्ट किया गया. टेस्ट में सामने आया कि इन बोतलों में अभी भी बिसफ़ेनॉल भारी मात्रा में मौजूद है.

महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, झारखंड और मणिपुर में 20 ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड बॉटल्स के सैम्पल लिए गए. उन पर टेस्ट किए गए. बिसफ़ेनॉल केमिकल सबमें मौजूद था.

बिसफ़ेनॉल एक केमिकल है जिसे प्लास्टिक बोतलों में इस्तेमाल किया जाता है. इसकी वजह से प्लास्टिक साफ़ लगती है, ट्रांसपैरेंट दिखती है, और लंबे समय तक चल जाती है. पर इसमें एक दिक्कत है. ये केमिकल प्लास्टिक से निकलकर पानी और खाने में लीक करने लगता है.

तो आखिर इस केमिकल की वजह से होता क्या है

बिसफ़ेनॉल की वजह से ब्रेस्ट और प्रोस्ट्रेट कैंसर होने का ख़तरा रहता है. साथ ही ये केमिकल एस्ट्रोजेन नाम के हॉर्मोन पर भी असर डालता है. इससे ग्रोथ और शरीर के बाकी फंक्शंस में दिक्कत आती है.

इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की डॉक्टर निहारिका प्रसाद से. वो फ़ोर्टिस मुंबई में बच्चों की डॉक्टर हैं. उनसे हमने पूछा कि बच्चों की दूध की बोतल ख़रीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने हमे कुछ चीज़ें बताईं.

– आप प्लास्टिक की बनी दूध की बोतलें ख़रीद सकती हैं

– ज़रूरी है कि आप इन बोतलों को समय-समय पर बदलती रहें. उनके टूटने या ख़राब होने का इंतज़ार न करें

– आप किस तरह का प्लास्टिक चुन रही हैं, इसपर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है. बोतल ख़रीदते समय उसके लेबल को देखिए. अगर उसपर लिखा है ‘बायो-बेस्ड प्लास्टिक’ तो ये इस्तेमाल के लिए सेफ़ है

– बोतल से कोई केमिकल लीक न हो, इस चीज़ का ध्यान रखने के लिए जो इंस्ट्रकशंस लिखे होते हैं उन्हें स्ट्रिक्टली फॉलो करिए

– बोतलों को साफ़ करते समय उन्हें माइक्रोवेव में मत रखिए. उन्हें साबुन वाले पानी से धोइए और उबालना मत भूलिए

– बोतल पर मार्किंग बनी हो, ये ज़रूर देख लें. यानी आप कितना दूध बोतल में डाल रही हैं, इस चीज़ का ट्रैक रखिए. साथ ही वो बोतल लीजिए जिसका मुंह बड़ा हो. इससे दूध उड़ेलने में आसानी होगी.

– बोतल का निप्पल सिलिकॉन का बना हो

प्लास्टिक की बनी इन बोतलों को इस्तेमाल करना आसान है. पर ज़रूरी है आपका इनका ध्यान भी रखें.

Source – Odd Nari

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