जानिए उस इंजेक्शन के बारे में जिसे हर लड़की को ज़रूर लगवाना चाहिए

मेडिकल साइंस ने जो सबसे अच्छा काम किया है वो है वैक्सीन बनाने का. यानी एक बार इंजेक्शन लगवा लो तो कुछ बीमारियों से छुट्टी. उनमें से ही एक है एचपीवी वैक्सीन. ह्यूमन पेपिलोमा वायरस वैक्सीन (human papilloma virus). ये सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मदद करती है. पर आगे बढ़ने से पहले ये समझ लेते हैं कि सर्वाइकल कैंसर होता क्या है.

क्या है सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर यानी बच्चेदानी के मुंह का कैंसर काफी खतरनाक बीमारी है. मेडिकल की दुनिया में देखें तो इसे गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर कहा जाता है. सर्विक्स यानी बच्चेदानी का मुंह वो जगह है जहां से बच्चा बाहर आता है. यहां पर कैंसर हो जाए तो बचना मुश्किल होता है. कैंसर का जहां पर भी असर होता है, वहां पर शरीर के सेल एबनॉर्मल रूप से बढ़ने लगते हैं.

कैंसर इंडिया नाम के एक एनजीओ के मुताबिक, हिंदुस्तान में हर साल 67 हज़ार मौतें सर्वाइकल कैंसर की वजह से होती है. एचपीवी नाम की ये वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मदद करती है.

कैसे काम करती है एचपीवी वैक्सीन

ये जानने के लिए हमने बात की डॉक्टर नंदनी सेठी से. ये मुंबई फ़ोर्टिस हेल्थकेयर में स्त्रीरोग विशेषज्ञ के तौर पर काम कर चुकी है. उन्होंने हमें बताया:

“सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस की वजह से होता है. ये सेक्स से होने वाले इन्फेक्शन में से एक है. एचपीवी वैक्सीन आपके शरीर में एक तरह की एंटीबॉडी बनाता है. अब ये एंटीबॉडी क्या होता है? ये एक तरह का प्रोटीन होता है जो आपके खून में जो बाहर से आने वाले बैक्टीरिया और वायरस पर हमला करता है. आपको बीमारियों से बचाता है. खैर. ये वैक्सीन एंटीबॉडी बनाते हैं जो आगे जाकर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से लड़ सकते हैं. उनको शरीर के बाकी सेल्स पर अटैक करने से रोक सकते हैं.”

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एचपीवी वैक्सीन की कीमत क्या है

एचपीवी वैक्सीन दो तरह की होती हैं. एक होती है सर्वेरिक्स. इसकी कीमत 2190 रुपए है. ये दो तरह के ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से लड़ सकती हैं. दूसरी होती है गारडासिल. ये चार तरह के वायरस से लड़ सकती है. इसकी कीमत है तीन हज़ार रुपए.

कौन लगवा सकता है ये इंजेक्शन

डॉक्टर सेठी कहती हैं:

“26 साल तक की उम्र की लड़कियां ये इंजेक्शन लगवा सकती हैं.”

उससे ज़्यादा उम्र की औरतें नहीं?

“लगवा वो भी सकती हैं. पर आइडियल ऐज इसलिए 26 बोली गई हैं क्योंकि उससे ऊपर उम्र की औरतों का इम्यून रिएक्शन इतना स्ट्रॉन्ग नहीं होगा. यानी उनका इम्यून सिस्टम इतना स्ट्रॉन्गली रियेक्ट नहीं करेगा. हालांकि ये इंजेक्शन 45 साल तक लगवा सकते हैं. पर इसका ख़ासा फ़ायदा नहीं है. क्योंकि तब तक औरतें सेक्सुअली एक्टिव हो जाती हैं. उनका पाला इस वायरस से पड़ चुका होता है. तब वैक्सीन मदद नहीं करती.”

क्या इस इंजेक्शन के कोई साइड इफ़ेक्ट हैं

नहीं.

इस वैक्सीन के बारे में हिंदुस्तान में ज़्यादा औरतें नहीं जानतीं. अगर जानतीं भी हैं तो भी उनको सही मालूमात नहीं हैं. बेहतर है आप अगली बार किसी स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पास जाएं तो इस वैक्सीन के बारे में ज़रूर पूछें.

Source – Odd Nari

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