मैंने कुछ ही दिनों पहले अपनी कंपनी बदली है. जब मैं पुरानी कंपनी छोड़ रही थी, तब वहां से मुझे मेरी सैलरी चेक में मिली थी. चेक तो मिल गया, लेकिन अब मेरे सामने उसे कैश कराने की प्रॉब्लम थी. काम ज्यादा मुश्किल नहीं था, लेकिन पहली बार करना था तो समझ नहीं आ रहा था.
ऐसा है न कि मैं हमेशा ही बैंक के कामों से बचने की कोशिश करती हूं. केवल मैं ही नहीं, मेरे जैसी बहुत से और लोग ऐसे हैं, जिन्हें बैंक के नाम से डर लगता है. वही ढेर सारे नंबर्स, अजीब-अजीब से शब्द (जो पल्ले नहीं पड़ते) डराने लगते हैं. खैर, अब सैलरी चाहिए थी, तो बैंक तो जाना ही था. मैं गई और अपना काम करवाया. सब पूछ-पूछकर किया. आखिर में तीन दिन के अंदर चेक कैश में बदल गया और मेरे अकाउंट में सैलरी आ गई.
अब मुझे बैंक चेक अच्छे से समझ में आने लगा है. मैंने सोचा उन्हें भी बता दूं, जो इससे डरती हैं. चलिए, सीधी-सरल भाषा में बैंक चेक के बारे में सारी जरूरी बातें जानते हैं-
– आपका जिस भी बैंक में अकाउंट होता है, उस बैंक की चेक बुक आपको मिलती है. वो चेक बुक आपके अकाउंट से लिंक होती है.
– चेक बुक में चेक होते हैं. अगर आपका सेविंग अकाउंट है तो 10, 20, 25 या 50 चेक आपकी चेक बुक में होंगे. अगर करंट अकाउंट है तो 25 या 50 या 100 चेक होंगे.
– अब अगर आपको किसी को पैसे देने हैं तो आप उस चेक बुक से एक चेक का इस्तेमाल करेंगी. मान लेते हैं कि टीना की कंपनी में अंजली काम करती है. वो कंपनी छोड़ रही है तो टीना उसे सैलरी देगी, चेक के जरिए.
– लगभग सभी बैंकों के चेक का फॉर्मेट एक जैसा रहता है. मतलब ज्यादा अंतर नहीं होता. अब टीना अपने चेक के पहले ऑप्शन ‘Pay’ में अंजली का नाम भरेगी. वो नाम जो उसका ऑफिशियल नाम है. यानी अगर वो सरनेम लगाती है तो सरनेम के साथ. कई चेक में Pay की जगह payee या Bearer या Beneficiary लिखा होता है. ऐसे में ज्यादा कंफ्यूज नहीं होना है. सबका मतलब एक ही है, यानी उस बंदे या बंदी का नाम लिखना है, जिसके नाम पर चेक काट रही हैं. मतलब टीना यहां अंजली का नाम लिखेगी.
– दूसरा ऑप्शन होता है रुपए. सबसे आसान ऑप्शन. यहां कुछ नहीं, केवल वो अमाउंट लिखना है, जो आप सामने वाले बंदे यानी payee को देना चाहती हैं. यानी टीना को अगर अंजली को 50000 रुपए देना है, तो टीना रुपए के सामने 50000 लिखेगी. शब्दों में लिखने के ऑप्शन में ‘पचास हजार मात्र’ या ‘Fifty Thousand Only’ लिखेगी. नंबर्स वाले ऑप्शन के सामने- 50000 लिखेगी.
– अगला ऑप्शन है अकाउंट नंबर, शॉर्ट में इसे A/c No. लिखते हैं. इसमें पहले से ही अकाउंट नंबर लिखा होता है. यानी कि टीना के चेक में उसका बैंक अकाउंट नंबर लिखा होगा.
– चेक के राइट साइड के ऊपर तारीख डालनी होती है. वही तारीख डलेगी, जिस तारीख में चेक काटा गया है. यानी अगर टीना 2 अक्टूबर 2018 को अंजली के नाम पर 5000 का चेक काट रही है, तो वहां 02/10/2018 डालेगी.
– राइट साइड में नीचे की तरफ ‘Please Sign Above’ लिखा होता है. इसमें टीना साइन करेगी. ये बहुत जरूरी होता है, क्योंकि ये सबसे बड़ा प्रूफ होगा कि सही में टीना ने अंजली के नाम पर चेक काटा है.
– सबसे नीचे, एकदम बीचों-बीच कुछ नंबर्स लिखे होते हैं. बड़ी-बड़ी तीन डिजिट्स लिखी होती हैं. इनमें से बीच वाली डिजिट आपका चेक नंबर होती है.
– आपने Drawer और Drawee भी सुना होगा. चेक काटने वाला Drawer होता है. यहां टीना Drawer है. Drawee वो होता है, जिसे Drawer ऑर्डर देता या देती है. यानी इस केस में टीना का बैंक Drawee है. अगर सोच लें कि टीना का अकाउंट ‘झिलमिल’ बैंक में है, तो झिलमिल बैंक Drawee होगा.
– अब अंजली को तो चेक मिल गया. अब वो जाएगी उस बैंक में जिसमें उसका अकाउंट है. अगर उसका अकाउंट भी झिलमिल बैंक में है तो वहा जाएगी. लेकिन अगर उसका उकाउंट ‘तारा मंडल’ बैंक में है तो वो चेक लेकर वहा जाएगी.
– झिलमिल बैंक वाले केस में, उसका चेक जल्दी ही कैश में बदल जाएगा. क्योंकि इस केस में दोनों पार्टी, मतलब देने वाला और लेने वाला, यहां टीना और अंजली का बैंक एक ही रहेगा. अंजली को इस बैंक में जाकर अपना अकाउंट नंबर बताना होगा, तभी पैसे आएंगे.
– तारा मंडल बैंक के केस में अंजली का चेक, कैश होने में थोड़ा टाइम लगेगा. क्योंकि दोनों पार्टी का अकाउंट अलग-अलग बैंकों में है. अंजली को तारा मंडल बैंक जाकर अपना अकाउंट नंबर बताना होगा, वो अकाउंट नंबर जिसमें वो पैसा चाहती है. फिर ज्यादा नहीं दो या तीन दिन इंतज़ार करना होगा, फिर उसके अकाउंट में पैसे आ जाएंगे. और हां याद रखना कि जब चेक लेकर बैंक जाओ, तो वहां से एक रसीद मिलती है, वो लेना मत भूलना.
देखा, इतना भी मुश्किल नहीं है चेक को कैश कराना. अबकी बार अगर चेक मिले तो डरना मत. आराम से बैंक जाना और अपना काम करा लेना. चाहो तो किसी को पैसे देने हो, तो भी चेक का यूज़ कर लो.
Source – Odd Nari