आयुर्वेद में मोटापे के लिए जो सर्वप्रथम चिकित्सा बताई गई है वो है लंघन या उपवास। लंघन के बारे में लोगों में यह भ्रम है कि लंघन करने से उनकी ऊर्जा कम हो जाती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर उपवास को सही तरीके से किया जाए तो किसी को भी कमज़ोरी नहीं होती। उपवास करने का सही तरीका यह है कि अगर हम एक दिन में तीन बार भोजन करते हैं तो एक बार के भोजन को छोड़ सकते हैं। सिर्फ खिचड़ी खाकर या जूस पीकर भी रह सकते हैं।
मोटापे की मुख्य वज़ह है अम्ल का होना जिसे हटाने के लिए हमें अम्ल पाचक औषधियों का प्रयोग करना चाहिए। जैसे त्रिकटु, त्रिफला, हिंग्वाष्टक चूर्ण और अविपत्तिकर चूर्ण। अम्ल पाचन के लिए जो सर्वश्रेठ औषधि हमारे आयुर्वेद में बताई गई है वो है गुनगुना जल, हमें गुनगुने जल का भी सेवन अवश्य करना चाहिए।
USEFUL INFORMATION – www.informationcentre.co.in
![]() |