खान ने कहा– महिला की वो बात मेरे दिल कर गई और मैंने सोच लिया कामयाब होकर ही रहूंगा

दैनिक भास्कर उत्सव के तहत गुरुवार को सेलेब्रिटी टॉक शो में शाहरुख खान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़े कुछ किस्से साझा किए। वहीं, हजारों फैन्स के सामने सलमान खान का जन्मदिन मनाया। शाहरुख ने कहा, ‘‘आज मेरे दोस्त सलमान खान का जन्मदिन है। इसलिए मैं चाहता हूं कि आप सभी मेरे साथ सलमान का बर्थ-डे सेलिब्रेट करें।’’ इसके बाद उन्होंने हैप्पी बर्थ-डे सॉन्ग भी गाया। टॉक शो के दौरान अभिनेता रवि किशन ने शाहरुख से करियर और जिंदगी से जुड़े सवाल पूछे। शाहरुख ने कहा कि यह महसूस ही नहीं हुआ कि कब मैं बड़ा एक्टर बन गया।

उस महिला का थप्पड़ मेरे लिए शुभ था

शाहरुख ने कहा, ‘‘मैं अपनी होने वाली पत्नी (गौरी) से मिलने के लिए ट्रेन से मुंबई आ रहा था। मेरे साथ तीन दोस्त थे। हमने अपनी सीट बुक कराई थी। मैं अपनी सीट पर सोया हुआ था। मुझे पता नहीं था कि मुंबई में एंटर करते ही ट्रेन लोकल हो जाती है और सीट पर कोई सो नहीं सकता। उस पर दूसरे लोग भी बैठते हैं। हमने 900 रुपए के टिकट लिए थे। हमारी जेब के पूरे पैसे खत्म हो गए थे। दो-चार लोग आए और कहा कि उठो, हमें भी बैठना है। हम दिल्ली वाले बिल्कुल पटना वाले की तरह ही होते हैं। अगर कोई गलत बात करे तो थोड़ी देर में ही लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। किसी ने मुझसे कहा कि अरे भैया, यहां कैसे लेटे हुए हो? मैंने सीट पर टांगें फैलाईं और कहा कि ऐसे लेटा हुआ हूं। कर ले जो करना है तुझको। उसने कहा- उठ जाओ। मैंने कहा- उठा दे। हम लोग तीन लड़के थे। वो लोग हट गए।’’

‘‘इसके बाद दो चार और लोग आए। उन लोगों को लगा कि ये गुंगे हैं, रहने दो इनको। फिर एक महिला आई। मैं तब भी सीट पर लेटा हुआ था। उन्होंने कहा- हटो। पैर हटाओ। बैठने दो। लेटने की जगह नहीं होती, बैठने की जगह होती है। वह महिला थी, इसलिए मैंने पैर मोड़कर थोड़ी जगह दे दी। इसके बाद कोई और आया तो वह महिला मेरी तरफ खिसक गई और उसे भी सीट पर बैठा लिया। उसने कहा- बैठो, बैठो, सब बैठो। मुझसे कहा- चलो तुम खड़े हो जाओ, यहां एक औरत आ रही है। मैंने उनसे कहा कि इस सीट के लिए हमने 900 रुपए दिए हैं। यह मेरा बर्थ है। यह मुंबई में मेरा पहला दिन था। वह महिला खड़ी हुई और मेरे मुंह पर तमाचा मारा। फिर मुझसे पूछा- तुम्हारा बर्थ है? मैंने कहा- मेरा कुछ नहीं है। यह आप ही का है। सभी किसी न किसी बात को अपने लिए शुभ मानते हैं। कोई न कोई साइन खोजते हैं। मेरे लिए मुंबई में सफल होने की सबसे बड़ी साइन यह है कि पहले दिन थप्पड़ लगा। मैंने यह तय कर लिया कि जिंदगी में मुझे कोई कितने भी थप्पड़ मार ले, मैं कामयाब होकर ही रहूंगा। मैं मेहनत करता रहूंगा।’’

Source- Bhaskar

Share

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *