बिजली जाते ही सबसे पहले जिस चीज़ की याद आती है, वो है मोमबत्ती. भले ही आजकल बड़े शहरों में बिजली कम जाती है, पर ग्रामीण इलाके आज भी लोड शेडिंग की मार झेल रहे हैं. ऐसे में मोमबत्ती रखना उनके लिए काफ़ी ज़रूरी हो जाता है. घरों के अलावा रेस्टोरेंट्स में कैंडल लाइट डिनर के लिए, स्पा में ख़ुशबू के लिए, तो बर्थडे और एनीवर्सरी के केक पर लगाने के लिए मोमबत्ती की ज़रूरत पड़ती है. आजकल डेकोरेटिव व एरोमा कैंडल्स की भी काफ़ी डिमांड है, ऐसे में कैंडल मेकिंग का यह बिज़नेस आपके लिए फ़ायदेमंद हो सकता है.
साधन
यह बिज़नेस ऐसा है, जिसे आप अपने घर से शुरू कर सकते हैं और इसके लिए बहुत ज़्यादा साधनों की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी. आपको स़िर्फ मोम पिघलाने के लिए बर्तन, थर्मामीटर, मोमबत्ती का मोल्ड और गैस स्टोव की ज़रूरत होगी.
मोम पिघलाने के लिए बर्तन
मोम पिघलाने के लिए जिस बर्तन की ज़रूरत होती है, उसकी क़ीमत होगी लगभग 500 रुपए. ऐसे दो बर्तनों की ज़रूरत होगी
यानी (500×2)= 1000 रुपए.
थर्मामीटर
मोमबत्ती तैयार करते समय मोम का तापमान जानना ज़रूरी होता है, जिसके लिए थर्मामीटर की ज़रूरत पड़ती है. एक थर्मामीटर की क़ीमत लगभग 250 रुपए होगी.
मोमबत्ती का मोल्ड
मोमबत्ती बनाने के लिए हमें ज़रूरत पड़ेगी मोमबत्ती के सांचे यानी मोल्ड की. मार्केट में कई वेरायटी के मोल्ड उपलब्ध हैं. रोज़ाना 2000 मोमबत्तियां बनाने के लिए आपको 2 मोल्ड की ज़रूरत पड़ेगी. 1 मोल्ड की क़ीमत लगभग 2850 रूपए है, तो 2850 x2= 5700 रुपए.
गैस स्टोव
मोमबत्ती पिघलाने के लिए 2 गैस स्टोव की ज़रूरत होगी. एक गैस स्टोव की क़ीमत लगभग 3500 रुपए है, तो 3500×2= 7000 रुपए..
इस प्रकार कुल ख़र्च लगभग 13,950 रुपए होगा.
* एक और दो रुपए में बिकनेवाली 5 इंच और 10 ग्राम की मोमबत्ती तैयार करने के लिए 2850 रुपएवाला मोल्ड इस्तेमाल होगा. साथ ही पांच रुपए में बिकनेवाली 7 इंच और 22 ग्राम की मोमबत्ती के लिए भी यही मोल्ड इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें एक बार में 36 मोमबत्तियां तैयार होती हैं.
* 10 रुपए में बिकनेवाली 8 इंच और 45 ग्राम की मोमबत्ती के मोल्ड की क़ीमत 3000 रुपए से शुरू होती है, जिसमें एक बार में 12 मोमबत्तियां तैयार होती हैं.
यंत्र सामग्री
फुल ऑटोमैटिक कैंडल मेकिंग मशीन
इसकी क़ीमत लगभग 1 लाख रुपए से शुरू होती है.
सेमी ऑटोमैटिक कैंडल मेकिंग मशीन
इसकी क़ीमत लगभग 40 हज़ार रुपए से शुरू होती है.
अलग-अलग ब्रांड की मशीनों की क़ीमत भी अलग-अलग हो सकती है. आप अपनी सुविधानुसार ब्रांड चुनें.
स्थान और कर्मचारी ख़र्च
स्थान
* यह बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको 300 स्न्वैर फुट जगह की ज़रूरत होती है.
किराया: हर शहर का किराया अलग-अलग होता है.
* बिजली का बिल- लगभग 1500 रुपए.
* अन्य ख़र्च- लगभग 1 हज़ार रुपए.
* कुल मिलाकर प्रशासनिक ख़र्च: 2500 हज़ार रुपए.
कर्मचारी
रोज़ाना 2000 मोमबत्तियां बनाने के लिए आपको चार कर्मचारियों की ज़रूरत होगी.
* हर एक कर्मचारी को रोज़ाना 150 रुपए के अनुसार एक महीने यानी 25 वर्किंग डे का वेतन 600×25= 15,000 रुपए होगा.
कच्चा माल
* मोमबत्ती तैयार करने के लिए आमतौर पर मोम (पैराफिन वैक्स), कैस्टर ऑयल, मोमबत्ती का धागा, कलर और मोमबत्ती के बॉक्स की ज़रूरत पड़ती है.
* बाज़ार में मोम 3 प्रकार का मिलता है- पैराफिन वैक्स, बी वैक्स और वेजीटेबल वैक्स. उसी प्रकार मार्केट में कई तरह के रंग और सुगंध, जैसे- चंदन, गुलाब, मोगरा, लैवेंडर आदि मिलते हैं, जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं. कंपनी और इनके स्टैंडर्ड के अनुसार इनकी क़ीमत अलग-अलग हो सकती है.
उत्पादन और क़ीमत (प्रतिदिन)
प्रतिदिन मोमबत्ती का उत्पादन 2000
होलसेल मोमबत्ती की क़ीमत 4 रुपए
होलसेल विक्रेता का फ़ायदा 1 रुपए
मोमबत्ती की एमआरपी क़ीमत 5 रुपए
आवश्यक कच्चा माल (प्रतिदिन)
रोज़ाना 2000 मोमबत्ती तैयार करने के लिए निम्न कच्चे माल की ज़रूरत पड़ेगी-
मोम (पैराफिन वैक्स)
40 किलो x 80 रुपए 3200 रुपए
कैस्टर ऑयल 500 रुपए
मोमबत्ती का धागा 500 रुपए
कलर 500 रुपए
मोमबत्ती के लिए बॉक्स 1000 रुपए
अन्य ख़र्च 1000 रुपए
कुल ख़र्च 6700 रुपए
जमा ख़र्च
हर महीने का कुल मिलाकर ख़र्च 1,85,000 रुपए
(तक़रीबन 25 दिन)
(1,67,500+15,000+ 2500)
कच्चा मालः 1,67,500 रुपए (6700 x25)
कर्मचारी वेतनः 15,000 रुपए.
प्रशासकीय ख़र्च 2,500 रुपए.
25 दिनों में कुल उत्पादन (2000×25) 50,000 रुपए.
हर महीने मोमबत्ती की कुल बिक्री 2,00,000 रुपए
1 मोमबत्ती की क़ीमत= 4 रुपए
एक महीने की कुल बिक्री: 50,000×4
हर महीने होनेवाला लाभ 15,000 रुपए
(2,00,000-1,85,000)
एक साल का कुल लाभ: 1,80,000 रुपए.
(15,000 x12)
मोमबत्ती तैयार करने की विधि
* सबसे पहले आपको किस आकार और वज़न की मोमबत्ती तैयार करनी है, वो निश्चित कर लें.
* मोल्ड के बीचोंबीच धागा डालकर रखें.
* 40 किलो मोम पिघलाने के लिए डबल बॉयलर का इस्तेमाल करें. मोम के तापमान का ध्यान रखें. पिघलने के बाद तापमान 280-285 सें. से ज़्यादा न हो.
* मोमबत्ती को कलरफुल और सुगंधित बनाने के लिए मोमबत्ती को पिघलाते समय ही कलर व सुगंध मिलाएं.
* पिघलने के बाद मोम को मोल्ड में डालें. मोमबत्ती तैयार होने में 15-20 मिनट का समय लगता है.
* 20 मिनट बाद मोमबत्ती निकालकर अतिरिक्त धागा काटकर निकाल दें.
इन बातों पर विशेष ध्यान दें
* मोमबत्ती बनाने के लिए एल्यूमिनियम या सिलिकॉन के मोल्ड का ही इस्तेमाल करें.
* मोमबत्ती बनाने के लिए उसका तापमान काफ़ी मायने रखता है, इसलिए उसका विशेष ध्यान दें.
उत्पादन की पैकेजिंग
* मोमबत्तियां टूटें-फूटें न, इस बात का ध्यान रखते हुए उसकी पैकेजिंग करें.
* पैकेजिंग के लिए पेपर बॉक्स का इस्तेमाल करें.
उत्पादन की बिक्री
* शहर की बड़ी-बड़ी दुकानों और होटल्स में आप मोमबत्ती को बेचने के लिए रख सकते हैं.
* आसपास के सरकारी व प्राइवेट ऑफिसेस में आप अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हैं.
* ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक प्रोडक्ट पहुंचे, उसके लिए विज़िटिंग कार्ड, बैनर्स आदि छपवा सकते हैं.
* फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें.
लघु उद्योग लाइसेंस
* लघु उद्योग की शुरुआत के लिए उसका रजिस्ट्रेशन कराना बहुत ज़रूरी है. इससे कई सरकारी योजनाओं का आपको लाभ मिल सकता है.
Source – Meri Saheli