जैतून का तेल (Olive oil) जैतून के फलों से प्राप्त किया जाता है। यह खाना पकाने में, सौंदर्य प्रसाधन के लिये, दवाओं के निर्माण में, साबुन निर्माण में तथा पारम्परिक दीपों को जलाने के लिये तेल के रूप में प्रयुक्त होता है। जैतून का तेल लगभग पूरे विश्व में प्रयुक्त होता है किन्तु भूमध्य सागरीय क्षेत्रों में इसका प्रयोग अधिक होता है।

जैतून का तेल सर्वाधिक स्वास्थ्यवर्धक खाद्य तेल है। इस तेल के उपयोग से हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों से रक्षा हो सकती है। इस तेल के नियमित उपयोग से इन दोनों बीमारियों के अलावा कई और बीमारियों से लड़ने में भी मदद मिलती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक भूमध्य सागरीय देशों में हृदय रोगियों और मधुमेह रोगियों की कम तादाद होने की प्रमुख वजह यह है कि जैतून का तेल वहाँ नियमित खाद्य तेल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अन्य देशों की तुलना में इन देशों के लोगों की औसत उम्र भी अधिक होती है।

मैक्सहार्ट एंड वास्क्यूलर इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ ने कहा कि बाजार में कोई भी ऐसा तेल नहीं है जो हृदय के लिए सौ फीसदी उपयुक्त हो, लेकिन इनमें जैतून का तेल सबसे अच्छा है।

जैतून के तेल में संतृप्त वसा की मात्रा कम होती है जिससे शरीर में कॉलेस्टेरोल की मात्रा को भी संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे हृदयाघात का खतरा काफी कम हो जाता है। जैतून के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा भी काफी होती है। इसमें विटामिpamneन ए, डी, ई, के और बी-कैरोटिन की मात्रा अधिक होती है। इससे कैंसर से लड़ने में आसानी होती है।

Health Benefits – जैतून के तेल

    • उम्र बढ़ने पर हड्डियों के घनत्व एवं मजबूती में धीरे-धीरे कमी आती जाती है और इससे महिला एवं पुरुष दोनों समान रूप से प्रभावित होते है। यह हड्डियों में क्षरण एवं इसके टूटने के अहम कारक होते है। जैतून के तेल में बने भोजन के साथ एक फल का सेवन करने से हड्डियों की मजबूती पर सकारात्मक असर पड़ता है।  जैतून के तेल के सेवन से ओस्टियोपोरोसिस में कमी आती है।

 

    •  आंखों के आसपास जैतून तेल से हल्की-हल्की मालिश करने से थकान मिट जाती है। नींद अच्छी आती है।

 

    •  ऑलिव ऑयल या वर्जिन ऑलिव ऑयल के सेवन से अल्जाइमर जैसी याददाश्त संबंधी परेशानी से बचा जा सकता है। जैतून के तेल में पॉलीफेनॉल होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट का काम करते हैं। यह याददाश्त को बेहतर बनाते हैं।

 

    •  डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी है। एक शोध के अनुसार, जैतून का तेल टाइप-2 डायबिटीज के लिए फायदेमंद साबित है।

 

    •   एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल को सीमित करने की जैतून के तेल की क्षमता हृदय स्वास्थ्य को और मजबूत करती है. और स्ट्रोक से बचाती है.

 

    •  यह विटामिन-E, विटामिन-K, आयरन, ओमेगा-3 व 6 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह  दिमाग और याददाश्त के लिए अच्छी होती है.

 

    • जैतून चर्म रोगों और चेहरे के दाग-धब्बों को मिटाने में काफी प्रभावकारी है।

 

    •  जैतून के बीज के तेल को घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है।

 

    •  जैतून के बीज के तेल को जोड़ों के दर्द तथा गठिया पर लगाने से दर्द ठीक हो जाते हैं।

 

    •  जैतून के तेल को छाती पर मलने से सर्दी, खांसी तथा कफ के कारण होने वाली अन्य समस्या ठीक हो जाती है।

 

    •   जैतून का प्रयोग करने गंजेपन की परेशानी को ठीक करता है।

 

    •  जैतून का तेल एक अच्छा सौंदर्य प्रसाधन भी है। जैतून के तेल की मालिश से त्वचा को पोषण मिलता है।

 

    • जैतून के तेल को चेहरे पर लगाने से रंग निखरता है तथा सुंदरता बढ़ती है। इसकी मालिश से होठों का फटना बंद होता है और होठ मुलायम हो जाते हैं। बालों की तरह जैतून का तेल चेहरे के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

 

    • जैतून के तेल में मौजूद एक यौगिक ओलियोकैंथल, जैतून के तेल में अत्यधिक सूजन-रोधी गुण देता है, जिससे जैतून का तेल एक बेहतरीन दर्द निवारक बन जाता है.

 

    • जैतून का तेल  गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट और कोलन के लिए भी अद्भुत काम कर सकता है. जैतून का तेल पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में मदद करता है, जिससे भोजन बृहदान्त्र के माध्यम से सुचारू रूप से चलता है. मोनो-सैचुरेटेड फैट से भरपूर, जैतून का तेल बृहदान्त्र के माध्यम से भोजन की बेहतर गतिशीलता में मदद करता है. यह मल त्याग को तेज करने में भी मदद करता है जिससे कब्ज होता है.

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