छोटे बच्चे दिन भर आपको अपनी उंगलियों पर नचा सकते हैं। लेकिन बच्चों को संभालने से भी ज़्यादा मुश्किल है, उनके कपड़ों पर लगे दागों से निजात पाना! अगर आप अपने बच्चे के कपड़ों को उसी की तरह आकर्षक और खुशबूदार बनाए रखना चाहते हैं, तो ये नुस्खे आपके काफी काम आएँगे-
शौच के दाग: नैप्पी में से अतिरिक्त शौच को चलते पानी में धो लें। इसके बाद कपड़े को गुनगुने पानी में भिगो दें। चाहे आप कितना ही मेहेंगा और अच्छा डिटर्जेंट इस्तेमाल कर रहे हों, कपड़े को बिना भिगोए उससे पूरी तरह दाग निकालना असंभव ही है। अगर इसके बावजूद दाग साफ़ न हो, तो कपड़े को कुछ घंटों के लिए विनेगर में भिगो कर रखें और धो लें।
बेबी ऑइल के दाग: बच्चों की रोज़ाना होने वाली मालिश के बाद, कपड़ों पर तेल के दाग आ जाना, बहुत आम समस्या है। इसके लिए बर्तन धोने की साबुन का एक छोटा टुकड़ा लें और सीधा दाग पर मलें। इसके बाद गर्म पानी से तब तक धोएँ, जब तक साबुन पूरी तरह छूट न जाए। इसके बाद, जो साबुन आप आम तौर पर कपड़ों के लिए इस्तेमाल करते हैं, वो दाग पर लगाएँ और मशीन में गर्म पानी से धो दें।
घाँस और मिट्टी के दाग: जब बच्चे घुटने घुटने चलने लगते हैं, तो कपड़ों पर घाँस और मिट्टी के दाग लगते रहते हैं। इनसे पीछा छुड़ाने के लिए, सबसे पहले दाग वाली जगह को ठंडे पानी से धो लें। इसके बाद, दाग पर साबुन लगा कर ब्रश से घिसें और कम से कम आधे घंटे के लिए छोड़ दें। इसे साफ़ पानी से धो लें और दोबारा दाग पर साबुन लगा कर आम कपड़ों के साथ मशीन में धो लें।
फॉर्म्युला मिल्क या बेबी फ़ूड के दाग: बच्चों के कपड़ों से ये दाग निकालने के लिए, सबसे पहले कपड़े को ब्रश से रगड़कर, बहते पानी में अच्छी तरह धो लें। इसके बाद दाग पर बेकिंग सोडा डाल कर उसके ऊपर थोड़ा पीने वाला प्लेन सोडा दाल दें और थोड़ी देर छरछराने दें। ये रेशों की गहराई तक जाकर दाग से लड़ता है। जब बुलबुले बनना बंद हो जाएँ, कपड़े को साधारण तरह धो लें।
बस इन बातों को ध्यान में रखिए और अगली बार आपको अपने बच्चे के गंदे कपड़े देख कर घबराहट नहीं होगी। इसके साथ ही एक बात और याद रखें, आप जितनी जल्दी दाग को साफ़ करेंगे, वो उतनी ही आसानी से निकल जाएगा!
Source – cleanipedia
![]() |