आघात प्रायः सभी प्रकार की बड़ी चोटों या आकस्मिक घटनाओ पर हो ही जाता है यह ऐसी शक्तिहीनता की अवस्था है जिससे की शरीर की जीवनावश्यक क्रियाए सब मन्द पड़ जाती है इसके साथ – साथ रक्त परिभ्रमण की पद्धति में स्थायी शक्तिहीनता से पूर्ण न्यूनता तक परिवर्तन हो जाता है यह दो प्रकार का …