जूही चावला बॉलीवुड की उन गिनीं चुनी एक्ट्रेसेज में से हैं जिन्होंने कॉमेडी की, और जम कर की. अम्बाला हरियाणा में जन्मी थीं. 1984 में उन्होंने फेमिना मिस इंडिया का टाइटल जीता था. उसी साल मिस यूनिवर्स में भी गईं, फिजिकल कॉमेडी में उनका और श्रीदेवी का नाम ही है जो उभर कर सामने आता है. जिसे ‘बबली’ पर्सनालिटी कहा जाता है, वो जूही के लिए परफेक्ट फिट है. सल्तनत से डेब्यू करने वाली जूही क़यामत से क़यामत फिल्म से रातों रात पॉपुलर हुईं. एक टाइम ऐसा भी था जब उन्हें बॉलीवुड की नंबर 1 हिरोइन कहा जा रहा था.

अपने एक्टिंग करियर के टॉप पर पहुंच कर उन्होंने शादी कर ली. साल था 1995. जिससे शादी की उनका नाम था जय मेहता. बिजनेसमैन थे. 2001 में अपनी बेटी जाह्नवी के पैदा होने के बाद उन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया. छ्होटे मोटे प्रोजेक्ट्स करती रहीं. लेकिन कम बैक की तरह उनकी जो फिल्म ट्रीट की गई वो थी ‘गुलाब गैंग’. इसमें उन्होंने पहली बार एंटैग्निस्ट (विलेन) का रोल निभाया. हाल में एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा फिल्म में दिखी थीं.

लेकिन ये सब हम आपको क्यों बता रहे हैं? इसके पीछे एक बड़ी वजह है.

उनकी परफॉरमेंसेज को क्रिटिक्स ने भी लगभग हमेशा सराहा है. उनके जैसी कॉमिक टाइमिंग आज तक भी किसी भी हिरोइन की मिलनी मुश्किल है. लेकिन जूही भी ये मानती हैं कि उम्र के साथ एक्ट्रेसेज को सही किरदार मिलने कम होते जाते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स को दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा,

‘इंडस्ट्री में कुछ भी नहीं बदला है. आज से 20-30 साल पहले भी ऐसा ही था. जीतूजी (जीतेंद्र) अपने से काफी कम उम्र वाली न्यू कमर्स श्रीदेवी और जयाप्रदा के साथ नाचते थे. आज भी पुरुष एक्टर्स काफी कम उम्र की लड़कियों के अपोजिट लीड रोल प्ले करते हैं. लोग अभी भी देखते हैं कि उम्रदराज हीरोज को कमउम्र लड़कियों के साथ रोमांस करते हुए देखते हैं. कुछ भी नहीं किया जा सकता’.

जूही का मानना है कि जहां वो अपने करियर में आगे बढ़ गईं, उनके साथ के पुरुष को स्टार्स नहीं बढ़े. जूही की एक ही गुज़ारिश है और वो ये है ‘मुझे बस इतना चाहिए कि मस्त रोल दो यार मेरे को.मुझे ये चाहिए कि मेरे रोल्स मेरी एज और करियर में मैं जहां हूं उस स्टेज को सूट करें. अगर मुझे कुछ अच्छा मिलेगा तो मैं दौड़ती कूदती जाऊंगी स्टूडियो तक. अच्छी फिल्में करने के बाद आप किसी आम फिल्म को करके खुश नहीं हो सकते.’

जूही की कही हुई बात से लोग भी इत्तेफाक रखते हैं. ऐसे कई आर्टिकल्स लिखे गए हैं जिनमें ये दिखाया गया है कि अगर रियल लाइफ में पुरुष एक्टर और महिला एक्टर में से महिला एक्टर अगर चार पांच साल भी बड़ी हो तो उसे मां का रोल देने में कोई नहीं हिचकता.

Source – Odd Nari

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