झटके से उठकर काम में लग जाना
दिन की शुरुआत धीरे-धीरे व शांति से करनी चाहिए. आंख खुलने पर थोड़ी देर रिलैक्स रहें, फिर दाईं करवट लेकर उठ जाएं. दाईं करवट लेकर उठने से सुप्त अवस्था में शिथिल पड़ी ऊर्जा का पूरे शरीर में बेहतर संचार होता है. यह शरीर में ऊर्जा के संचार को संतुलित करता है. आराम से उठकर कुछ देर लंबी व गहरी सांसें लें, अगर प्यास लगी हो, तो एक ग्लास पानी पीएं.
स्ट्रेचिंग न करना
सोते व़क्त हमारे शरीर की मांसपेशियां, ख़ासतौर से रीढ़ की हड्डी सख़्त हो जाती है, जिसे सामान्य करने के लिए सोकर उठने पर शरीर को स्ट्रेच करें. अंगड़ाई लें. तीन-चार बार शरीर को स्ट्रेच करें और बांहें फैलाकर सुबह की पॉज़िटिव एनर्जी को ख़ुद में महसूस करें. ऐसा करने से दिनभर शरीर में चुस्ती-स्फूर्ति बनी रहती है.
नींबू पानी की जगह चाय पीना
हेल्थ व फिटनेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, ज़्यादातर लोग सुबह चाय पीने की मॉर्निंग मिस्टेक करते हैं. बहुत से लोगों को बेड टी की आदत होती है, जो उनकी हेल्थ के लिए सही नहीं. खाली पेट चाय कभी न पीएं. अपने दिन की शुरुआत हमेशा नींबू पानी से करें, क्योंकि यह शरीर से टॉक्सिन निकालकर आपके मेटाबॉलिज़्म व इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है. इसके बाद अगर आप चाहें, तो ग्रीन टी पीएं.
ब्रेकफास्ट न करना
ब्रेकफास्ट न करना डायबिटीज़, मोटापा और रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी कारण बनता है. हॉर्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक़ ब्रेकफास्ट न करने से हमारे शरीर पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है. दरअसल, रात के खाने और सुबह के ब्रेकफास्ट के बीच लंबा गैप होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कम होता है. अगर सोकर उठने के एक घंटे के अंदर हम कुछ नहीं खाते, तो ब्लड शुगर का स्तर और गिर जाता है, जिससे सुस्ती महसूस होती है. इसके अलावा ज़्यादातर लोग चाय-बिस्किट से दिन की शुरुआत करते हैं, जबकि आपको भिगोए हुए बादाम, होल व्हीट ब्रेड, रोटी या किसी फल से अपने दिन की शुरुआत करनी चाहिए.
आंखें खोलते ही मोबाइल चेक करना
सुबह-सुबह नींद खुलने पर बहुत से लोगों का हाथ सबसे पहले अपने मोबाइल फोन को ढूंढ़ता है. आंखें मलते हुए ज़रूरी ईमेल्स या मैसेजेस चेक करने से आपको स्ट्रेस हो सकता है, जो आपका पूरा दिन ख़राब कर सकता है. सुबह-सुबह का तनाव आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं, इसलिए सोकर उठने के तुरंत बाद ही ईमेल्स चेक न करें.
एक्सरसाइज़ न करना
न्यूट्रीशन, एक्सरसाइज़, पॉज़िटिव सोच और आराम हमारी सेहत के चार स्तंभ हैं. अगर इनमें से एक भी कमज़ोर रहा, तो हेल्थ प्रॉब्लम्स होना लाज़मी है. हर रोज़ सुबह हमें आधा घंटा एक्सरसाइज़ के लिए देना चाहिए. मॉर्निंग वॉक, योग, प्राणायाम आदि को अपने रूटीन में शामिल करें.
मुस्कुराने में कंजूसी करना
आपकी मुस्कान आपकी सेहत को और बेहतर बनाती है, यही वजह है कि सुबह-सुबह आपको बहुत से लाफ्टर क्लब देखने को मिल जाएंगे. सुबह-सुबह हंसने-मुस्कुराने से आपका इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है, हार्ट बीट सामान्य रहती है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, इसलिए मुस्कुराने में कंजूसी न करें और खुलकर हंसें-मुस्कुराएं.
रोज़ाना एक ही एक्सरसाइज़ करना
ज़्यादातर लोग यह मॉर्निंग मिस्टेक करते हैं. शरीर के एक हिस्से को फोकस करके एक ही एक्सरसाइज़ को रोज़ाना दोहराते हैं, जिससे उस हिस्से पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है, जो ठीक नहीं है. हफ़्ते में 2 दिन साइकलिंग, तीन दिन वर्कआउट और दो दिन किसी स्पोर्ट्स को दिया जा सकता है. इससे न स़िर्फ आपके रूटीन में बदलाव आता है, बल्कि आपका मेटाबॉलिज़्म भी मज़बूत होता है.
चिड़चिड़ेपन और ग़ुस्से में रहना
सुबह-सुबह उठते ही दिन में करनेवाले कामों को याद करके उन पर ग़ुस्सा होने या अपनेरूटीन को कोसने से आपकी हेल्थ अच्छी नहीं होती, बल्कि आप अपनी सेहत को ख़ुद नुक़सान पहुंचाते हैं. ग़ुस्सा और चिड़चिड़ापन पॉज़िटिव एनर्जी को ब्लॉक करता है, जिससे आप नेगेटिव एनर्जी से घिरे रहते हैं और वो किसी की सेहत के लिए ठीक नहीं. माना कि आजकल सभी को उठकर दिनभर के काम याद आते हैं, पर उन विचारों को कंट्रोल करना आपके ही हाथ में है. ख़ुद को ख़ुश रखें और स्वस्थ रहें.
एक दिन पहले प्लानिंग न करना
आजकल सभी की ज़िंदगी भागदौड़ भरी हो गई है, ऐसे में मिनट दर मिनट नपा-तुला होता है. इसमें ज़रा-सा भी फेरबदल आपको बेवजह का तनाव दे देता है और आप झल्लाने-चिढ़ने लगते हैं, जिससे आपके हार्ट पर प्रेशर पड़ता है और आप अपनी ही सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं. इसलिए अगले दिन की सारी तैयारी रात को ही करके रखें, चाहे वो कपड़े, खाना या काम की कोई तैयारी हो. इससे सारे काम आसानी और सहजता से पूरे हो जाएंगे और आप दिनभर ख़ुश व उत्साहित भी रहेंगे.
Source – Meri Saheli