गन्ने का रस थकान मिटानेवाला, शीतल,मधुर तथा शुक्र शोधक है. पोषण, ऊर्जा एवं शक्ति की दृष्टि से जितना उपयोगी यह है, उतना इससे बने गुड़, चीनी आदि नहीं हैं. आप भी इसके गुणों का लाभ उठाएं.
* रक्त में शर्करा की कमी तथा चक्कर आने की स्थिति में गन्ने का रस पीना चाहिए.
* गन्ने के रस में नींबू का रस डालने से वह काफी स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यपयोगी बन जाता है.
* गन्ने के रस में विटामिन बी के सभी गुण होने के कारण यह श्रेष्ठ किस्म का नर्व टॉनिक भी कहलाता है.
* इसके प्रयोग से पाचन क्रिया में सुधार आता है.
* गन्ने का रस स्नायुविक शक्ति में वृद्धि करता है.
* इसमें उत्तम किस्म का लोहा मिलता है, जो शीघ्रता से शरीर में अवशोषित होकर रक्त की कमी को दूर करता है.
* गन्ने के रस में प्रोटीन, वसा, कार्बोज भी होते हैं.
* इसमें प्रचुर मात्रा में इनॉसिटल होने की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ती है.
* इसके रस को अधिक पकाकर पीने से दस्त साफ होती है.
* अदरक के साथ गन्ना चूसने से आवाज सुरीली होती है.
* गन्ने का रस पीलिया रोग में बड़ा लाभप्रद है. यह पीलिया की जड़ काट देता है.
* उल्टी में गन्ने का रस पीने से मन को शांति मिलती है.
* गन्ने के रस में आंवले का रस, अनार का रस और शहद मिलाकर पीने से पांडुरोग दूर होता है और रक्त की वृद्धि होती है.
* गन्ने के रस का नस्य लेने से हिचकी बंद हो जाती है.
Source – Meri Saheli
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