छोटे पर्दे की पॉपुलर एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी का आज हार्ट अटैक से निधन हो गया है। उनके निधन की खबर उनेक मैनजर ने दी है। वो काफी लंबे समय से बीमार चल रही थी। पिछले साल 2020 में उन्हें ब्रेन स्ट्रोक भी हुआ था। अपने 76 साल की उम्र में उन्होंने कई रोल निभाये, जिनमें सबसे पॉपुलर रोल रहा ‘बालिका वधु’ में कड़क दादी सा का। सुरेखा सीकरी ने फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का‘ (Kissa Kursi Ka) से फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री ली थी। सुरेखा सीकरी का जन्म 19 अप्रैल 1945 में हुआ था।

वह उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखती हैं। उनका बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बीता। अभिनेत्री की शिक्षा जीईसी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हुई। बाद में उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama ) से स्नातक किया।

यही से अपने करियर को पंख दिया और मुंबई आने से पहले उन्होंने एक दशक से अधिक समय तक एनएसडी रिपर्टरी कंपनी के साथ काम किया था। बता दें, सुरेखा सीकरी को संगीत नाटक अकादेमी अवार्ड भी मिल चूका है।

पर्सनल लाइफ (personal life) आपको बता दें, अभिनेत्री के पिता वायु सेना में थे और उनकी मां एक टीचर थी। उनके माता पिता ने उनकी शादी हेमंत रेगे से कराई। साल 2009 में उनके पति की हार्ट फेलियर के चलते निधन हो गया था। सुरेखा सीकरी का एक बेटा है राहुल सीकरी, जो अपनी मां की ही तरह एक कलाकार के रूप में काम करता है।

शायद ये बात आपको नहीं मालूम होगी कि एक्टर नसीरुद्दीन शाह, सुरेखा सीकरी के बहनोई हैं। एक्टर की पहली शादी सुरेखा सीकरी की सौतेली बहन मनारा सीकरी के साथ हुई थी, जिन्हें परवीन मुराद के नाम से भी जाना जाता है।

अभिनेत्री का करियर (Surekha Sikri career) सुरेखा सीकरी को ज्यादातर दादी के रोल में काम करने को लेकर जाना जाता है। छोटे पर्दे का शो ‘बालिका वधू’ में उन्हें दादी सा (कल्याणी देवी धर्मवीर सिंह) का रोल निभाया था। जिसे चलत वो घर घर में फेमस हो गई थी।

इसके अलावा सात फेरे-सलोनी का सफ़र , केसर , समय , परदेस, जस्ट मोहब्बत में है मेरा दिल जैसे सेरिल में भी उन्हें पहचान मिली थी। इसके अलावा वो CID, एक था रजा एक थी रानी , बनेगी अपनी बात और शहर जैसे सीरियल में भी काम किया है ।

इन फिल्मों में किया काम छोटे पर्दे पर अपनी पहचान बनाने के साथ साथ अभिनेत्री नें बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है। जिसमें उन्होंने ‘किस्सा कुर्सी का’ से एक्टिंग की शुरुआत की थी। जिसके बाद अनादि अनंत (1986),तमस (1986), सलीम लंगड़े पे मत रो (1989), नजर (1990), सरदारी बेगम (1996) , सरफ़रोश (1999), ज़ुबैदा (2001) , तुमसा नहीं देखा (2004), जो बोले सो निहाल (2005), हमको दीवाना कर गए (2006), देव.डी (2009), बधाई हो (2018) , गोस्त स्टोरीज (2020) ।

निभाया दादी का किरदार

सुरेखा सीकरी ने अपने फ़िल्मी सफ़र में कई किरदार निभाये लेकिन उन्हें असली पहचान दादी के रोल में ही मिली। जिसमें सीरियल बालिका वधु, फिल्म तुम स नहीं देखा, स्निफ्फ़ , बधाई हो शामिल है। उन्हें इतनी फिल्मों और सीरियल में काम किया है कि बच्चा बाचा आज उन्हें जनता है। अपने दम पर अभिनेत्री इस मुकाम पर पहुंची थी।

उनकी कमी शादी ही कोई पूरी कर पाएगा। मिले कई पुरस्कार सुरेखा सीकरी ने टीम बार नेशनल फिल्म बेस्ट सहायक अभिनेत्री का नेशनल फिल्म अवार्ड मिल है। साथ ही एक फिल्मफेयर पुरस्कार, एक स्क्रीन पुरस्कार और छह भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार भी मिले हैं।

सुरेखा सीकरी बनना चाहती थीं पत्रकार सुरेखा सीकरी को दादी के रोल में काफी पसंद किया जाता है। लेकिन उनका सपना एक पत्रकार बनना था। वो बचपन से ही ये सपना देहती आई थीं। लेकिन कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उन्होंने एक नाटक में हिस्सा लिया, जिसके बाद उनका रुख फिल्मों की तरफ बढ़ने लगा।

जिसके लिए ही उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama ) से स्नातक की डिग्री की थी । कई फिल्मों में काम करने के बाद उन्हें करीब 50 साल बाद ‘बालिका वधू’ में दादी सा (कल्याणी देवी धर्मवीर सिंह) से पहचान मिली। जिसके बाद वो घर-घर में जानी जाने लगी। झूले पर बैठी एक कड़क दादी के डायलॉग से दर्शकों का दिल जीता।

Source – Track News

   
Railway Employee (App) Rail News Center ( App) Railway Question Bank ( App) Cover art  

Railway Mutual Transfer (App)

Information Center  ( App)
 
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