राज्य भर में गुरुवार को बारिश के दौरान ठनका गिरने से 103 लोगों की मौत हो गयी, जबकि तीन दर्जन से अधिक घायल हुए हैं. मृतकों में ज्यादातर खेती-किसानी से जुड़े लोग शामिल हैं. हालांकि, आपदा प्रबंधन विभाग ने 83 लोगों की ही मौत की पुष्टि की है. सबसे अधिक गोपालगंज में 13 लोगों की मौत हुई है. राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठनके से लोगों की मौत पर शोक जताया है. मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का निर्देश दिया.
गोपालगंज में वज्रपात से चार महिलाओं और एक इंजीनियरिंग के छात्र समेत 13 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 14 किसान झुलसकर गंभीर रूप से जख्मी हो गये. मृतकों में बरौली के चार, थावे व उचकागांव के दो-दो, हथुआ, कटेया, विजयीपुर, बैकुंठपुर और मांझा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं. सीवान जिले में ठनका गिरने से सात लोगों की मौत हो गयी और चार जख्मी हो गये.
मृतकों में हुसैनगंज के दो, हसनुपरा, मैरवा, बड़हरिया, गुठनी व लकड़ीनबीगंज के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं. वहीं, सारण जिले के बनियापुर थाने के तख्त भिठ्ठी गांव में एक किशोरी की मौत हो गयी और एक बच्चा घायल हो गया. जहानाबाद के मखदुमपुर प्रखंड के बिजलीपुर गांव में एक युवक और घोसी प्रखंड के साहोबिगहा पुराना टोला गांव में ठनका गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. बक्सर के सिकरौल थाना के बसांव कला गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गयी. उत्तर बिहार में ठनका गिरने से 25 लोगों की जान चली गयी, जबकि एक दर्जन झुलस गये. मधुबनी में आठ लोगों की मौत हो गयी. इनमें फुलपरास के सुगापट्टी के तीन लोग एक ही परिवार के हैं. वहीं, घोघरडीहा के बेलहा गांव में एक दंपती की भी जान चली गयी.
Source – Prabhat Khabar