एक बार एक ग्वालन दूध बेच रही थी और सबको दूध नाप नाप कर दे रही थी । उसी समय एक नौजवान दूध लेने आया तो ग्वालन ने बिना नापे ही उस नौजवान का बरतन दूध से भर दिया।वही थोड़ी दूर एक साधु हाथ में माला लेकर मनके गिन गिन कर माल फेरते थे। तभी …
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एक बार एक ग्वालन दूध बेच रही थी और सबको दूध नाप नाप कर दे रही थी । उसी समय एक नौजवान दूध लेने आया तो ग्वालन ने बिना नापे ही उस नौजवान का बरतन दूध से भर दिया।वही थोड़ी दूर एक साधु हाथ में माला लेकर मनके गिन गिन कर माल फेरते थे। तभी …