कहा जाता है देश में चार कोस पर वाणी अर्थात भाषा बदल जाती है। इस लिहाज से हिंदी में ही देश को एक सूत्र में बांधे रखने की क्षमता है। हिंदी देश की एकता का मंत्र है। गुजरात में जन्मे आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानंद ने अपनी रचना सत्यार्थ प्रकाश को हिंदी में लिखा …
Continue reading “हिंदी दिवस पर विशेष: …जब ‘अ, आ, इ, ई’ के कायल हुए बिल गेट्स”